बापू और शास्त्री जी के सपनों को साकार करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी युवा विद्यार्थियों के ऊपर – डॉ. अजय सक्सेना
डीएवी (पीजी) कॉलेज, देहरादून द्वारा ऑनलाइन कार्यक्रम के अंतर्गत आज गाँधी और शास्त्री की जयंती पर इन दो युग पुरुषों को याद किया। डी.ए.वी. (पीजी)कॉलेज देहरादून की आईक्यूएसी सेल और मंत्रणा वाद-विवाद समिति के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को ऑनलाइन माध्यम से इस उल्लासपूर्ण दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें 50 से अधिक छात्र- छात्राओं ने हिस्सा लिया।
प्राचार्य डॉ.अजय सक्सेना ने कहा कि बापू और शास्त्री के सपनों को तभी साकार किया जा सकता है जब युवा विद्यार्थी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और उनके बताए मार्गो पर चलें जिससे कि उनके सपनों के भारत को वास्तविक स्वरूप मिल सके जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी है पिछले कई वर्षों से प्रयास कर रहे हैं।
‘वैष्णव जन ते’ के मधुर और दिव्य बोलों से शुरू होकर, कार्यक्रम में कनक बिष्ट के भाषण में गांधी-शास्त्री विचारधारा जीवन्त दिखी। साथ ही इन दो भारत माँ के सपूतों के जीवन, आदर्शों और मूल्यों को ‘पॉवर प्वाइंट प्रिजेंटेशन’ के माध्यम से जीवन्त रूप में छात्राें के सम्मुख प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ.ओनिमा शर्मा ने अपने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम को भविष्य में और अधिक भव्य किया जाएगा जिससे कि अधिक से अधिक विद्यार्थी इसमें जुड़ सकें. डॉ.अंजू बाली पाण्डेय, डॉ. उषा पाठक व विकास चौबे ने विद्यार्थियों को उपरोक्त महापुरुषों के बारे में गहन और रोचक जानकारियां दी। इन युगपुरूषों को जानने के लिए, ‘ताशकंद फाइल्स’, ‘गांधी’ जैसी फिल्मों को देखने के साथ ही बापू की जीवनी-‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’, ‘शास्त्री जी के साथ क्या हुआ था- अनुज धर’ जैसी पुस्तकों व स्रोतों को पढ़ने, देखने, जानने, सीखने और जीवन में उतारने के लिए और अहिंसा के चरखे से भारत के भविष्य के सूर्य को चमकाने की आशा के साथ, आईक्यूएसी की संयोजक और मंत्रणा वाद- विवाद समिति की निर्देशिका डॉ ओनिमा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित करके कार्यक्रम का समापन किया।