विधायक के गनर का मारपीट का वीडियो हुआ वायरल
अल्मोड़ा : उत्तराखंड में जनपद अल्मोड़ा की सल्ट विधानसभा के विधायक महेश जीना के गनर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही। दरअसल सोशल मीडिया पर जीना के गनर का मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो मे विधायक जीना का गनर लोगों के साथ मारपीट करते हुए दिख रहा है साथ ही धमकाते हुए लोगों से कह रहा है कि ”मैं मुरादाबाद का रहने वाला हूं और पूर्व में 302 के तहत जेल भी जा चुका हूं। इसलिए मुझे हल्का मत समझना। ”
यही नहीं एक अन्य वीडियो में वह लोगों के साथ मारपीट करता हुआ भी नजर आ रहा है।बताया जा रहा कि यह वीडियो 28 अक्टूबर का है। जब सल्ट विधायक महेश जीना और बीजेपी नेता गिरीश कोटनाला के बीच मारपीट का मामला सामने आया था। उस वक्त दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमले के आरोप लगाए थे। अब यह वीडियो सामने आने के बाद विधायक के गनर पर भी सवाल उठने लगे हैं।
आरोप लगाया है कि आज विधायक और उसके गनर की गुंडागर्दी से आम जनता में भय का माहौल है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार और पुलिस के आलाधिकारियों से मांग की है कि ऐसे गनर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं,इस मामले में अल्मोड़ा के एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि यह वीडियो उनके संज्ञान में आने के तत्काल बाद ही गनर को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है और जांच सीओ रानीखेत को सौंपी गई है। वही दूसरी ओर सल्ट से पूर्व जिला पंचायत सदस्य कांग्रेस नेता नारायण रावत ने मामले में सवाल उठाते हुए कहा है कि जब गनर खुद को पूर्व अपराधी बता रहा है तो उत्तराखंड पुलिस महकमे ने आखिर उसकी नियुक्ति कैसे कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को विधायक का गनर कैसे बना दिया गया,यह काफी गंभीर विषय है।
आरोप लगाया है कि आज विधायक और उसके गनर की गुंडागर्दी से आम जनता में भय का माहौल है. उन्होंने उत्तराखंड सरकार और पुलिस के आलाधिकारियों से मांग की है कि ऐसे गनर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।वहीं, इस मामले में अल्मोड़ा के एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि यह वीडियो उनके संज्ञान में आने के तत्काल बाद ही गनर को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है और जांच सीओ रानीखेत को सौंपी गई है। दूसरी ओर सल्ट से पूर्व जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता नारायण रावत ने मामले में सवाल उठाते हुए कहा है कि जब गनर खुद को पूर्व अपराधी बता रहा है तो उत्तराखंड पुलिस महकमे ने आखिर उसकी नियुक्ति कैसे कर दी।इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को विधायक का गनर कैसे बना दिया गया, यह काफी गंभीर विषय है।