मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिखाया बड़ा दिल,कांग्रेसी विधायकों से लिया विकास कार्यों का फीडबैक
देहरादून : मुख्यमंत्री किसी एक दल विशेष का नही होता बल्कि पूरे राज्य का होता है,इस बात को आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चरितार्थ कर दिखाया है। जी हां मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज विपक्ष के विधायकों से मिलने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सबसे सुदूर सीमांत क्षेत्र धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी से उनके विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा की। लोकतंत्र में विपक्ष को भी साथ लेकर चलना जरूरी होता है। इस लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आने वाले समय में विपक्ष के अन्य विधायको से उनके विधानसभा क्षेत्रो का भी फीडबैक लेंगे।
गौरतलब है कि पूर्वर्ती त्रिवेंद्र सरकार में विपक्षी विधायकों द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री द्वारा विकास योजनाओं और मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता न देने के लगातार आरोप लगाए गए थे,अब तीरथ रावत सरकार ने विपक्ष के विधायकों के क्षेत्रों में लंबे समय से जनहित की समस्याओं का हल करने की कवायद शुरू कर दी है। दरअसल इससे पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने उत्तराखंड में सबसे पहले यह परंपरा शुरू की थी। एनडी तिवारी अपनी पार्टी के विधायकों के साथ ही विपक्ष के विधायकों के क्षेत्रों की विकास योजनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लिया करते थे। अब एक बार फिर से तीरथ रावत के इस सकारात्मक रवैए से सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के विधायकों की भी काफी उम्मीदें बढ़ गई है। उम्मीद की जानी चाहिए कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के चहुमुखी विकास के लिए सभी विधानसभाओ पर अपनी नजरे इनायत करेंगे।