SDRF कंट्रोल रूम से हो रही है हर रोज हजारो कॉल,जरूरतमंद को पहुँचाई जा रही है मदद
ब्यूरो : आईशोलेशन में रह रहे संक्रमितों और सम्भावना के तहत आइसोलेट हुए हजारो लोगों के लिए SDRF उत्तराखंड पुलिस का कंट्रोल रूम संजीवनी कंट्रोल बन गया है,
वैश्विक महामारी के प्रचंड प्रसार वेग को रोकने के लिए SDRF कंट्रोल रूम को वर्तमान में व्यापकता प्रदान की गई है। जहां कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग , आईशोलेशन पूछताज सेंटर,हाई रिस्क और लो रिस्क पूछताज सेंटर, होम टू होम मेडिकल किट वितरण जैसे हेल्पलाइन डेस्क तैयार किये गए हैं।
SDRF कंट्रोल रूम को प्रतिदिन ही हजारों की संख्या में आइसोलेट हुए और संक्रमित हुए व्यक्तियों की जानकारी प्राप्त होती है,जिसके पश्चात SDRF कंट्रोल रूम से सभी को व्यक्तिगत रूप से फोनकॉल की जाती है,ओर विशेषज्ञों द्वारा तैयार प्रश्नोतरी के पश्चात होम टू होम टीम द्वारा सम्बंधित पेशेंट को चाही गयी मदद पहुंचाई जाती है। SDRF उत्तराखंड पुलिस द्वारा *प्रतिदिन ही लगभग 5 हजार से अधिक कॉल* आइसोलेट हुए व्यक्तियों को किये जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त एक अन्य टीम हाई रिस्क और लो रिस्क आइसोलेट हुए व्यक्तियों की पहचान कर कोविड प्रसार की कड़ी को तोड़ने के प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उपमहानिरीक्षक SDRF के दिशानिर्देश और सेनानायक के नेतृत्व में SDRF टीमें कोविड अवेर्नेश,होम टू होम हेल्प,कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग, आएशोलेशन हेल्प डेस्क जैसे अनेक अभियानों को अंजाम दे रही है वही कोविड संक्रमित दाह संस्कार जैसे मानवीय कार्य भी SDRF के द्वारा सम्पादित किये जा रहे हैं।