उत्तराखंड

सीएम तीरथ को गांवों में रह रहे बुजुर्गों की चिंता,अधिकारियों से बोले हर गांव में हो कोविड टीकाकरण, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर दिया जाए ध्यान

देहरादून : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गांव-गांव में टीकाकरण किया जाएगा। सरकार को गांव में रह रहे बुजुर्गों की चिंता है। बुजुर्गों को आसानी से वैक्सीन लग सके,इसके लिए उन्होंने गांव स्तर पर टीकाकरण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन करने वाला राज्य बने,इसके लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया जाए।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से 13 जिलों में कोविड की समीक्षा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैक्सीनेशन के काम में तेजी लाने के साथ ही इसे ग्राम स्तर तक ले जाना है। विशेष तौर पर पर्वतीय क्षेत्रों के गांवों में बुजुर्ग रहते हैं। वे टीका लगवाने के लिए नहीं आ सकते हैं। हमें ही उनके पास जाना है। इसके लिए सारी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्हें टीका लगाने के दिन सूचना दी जाए। यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन हमें इसे करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रीटमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोरोना के बढ़ रहे मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए सीएम ने कहा कि मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को जन जागरूकता के लिए अभियान चलाया जाए। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में कुल आबादी का 24.75 प्रतिशत टेस्टिंग दर है।

जबकि देश में 18.41 प्रतिशत है। संक्रमण दर उत्तराखंड में 3.66 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 4.99 प्रतिशत है। बैठक में डीजीपी अशोक कुमार, आयुक्त कुमायूं अरविंद सिंह ह्यांकी, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन समेत सभी जिलाधिकारी और शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मृत्यु दर कम करने केे लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकोल का हो पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिए केंद्र की ओर से जारी ट्रीटमेंट प्रोटोकाल का पालन किया जाए। दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों और पर्यटकों को शालीन व्यवहार में समझाया जाए कि कोविड नियमों का पालन करें। कोविड संक्रमित मरीज के मौत की आडिट की जाए।

कोविड नियमों का पालन न करने वालों का करें चालान
सीएम ने कहा कि कुंभ मेले को देखते हुए हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल जिले विशेष तैयारी करें। अधिक से अधिक आरटीपीसीआर टेस्टिंग की जाए। सीमाओं पर स्थापित किए जाने वाले चेकिंग स्थलों पर रुकने, पानी, शौचालय आदि की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए हरिद्वार को 20 करोड़ रुपये व अन्य जिलों को 5-5 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों का चालान किया जाए।

यात्रा सीजन के लिए करें तैयारियां
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि आगामी यात्रा सीजन को देखते हुए विशेष तैयारी करनी होगी। यात्रा मार्गों और पर्यटक स्थलों में विशेष ध्यान दिया जाए। यहां कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराया जाए। हरिद्वार में टेस्टिंग के लिए टीमें बढ़ाई जाए। जहां तक हो सके माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं।

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