उत्तराखंड

कुंभ मेला पुलिस ने 400 से ज्यादा लोगों को अपने परिजनों से मिलाया

हरिद्वार : तीर्थ नगरी हरिद्वार का कुम्भ यूं तो हमेशा से ही स्नान और संतो के अलावा अगर किसी कारण से अगर चर्चाओं में रहा है तो वो है कुम्भ में अपनों से बिछड़ने के मामला,लेकिन इस बार के कुम्भ में लोग अपनो से ना बिछड़े इसके लिए कुम्भ पुलिस ने खास इंतजाम करते हुए जहाँ खोया पाया सेंटर बनाये है तो वही इसमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पुलिस कुम्भ में खोए हुए लोगो को अपनो से मिलाने का काम कर रही है। माना जा रहा है कि कुंभ में बिछड़ने वाली कहावत को इस बार कुंभ मेला पुलिस बिल्कुल भी चरितार्थ नही होने देना चाहती है,शायद यही वजह है कि अपनो से बिछड़ने के मामलों को कुम्भ पुलिस गम्भीरता से ले रही है। कुम्भ में किसी भी श्रद्धालु के खो जाने पर प्राप्त करने की आखिर क्या है पुलिस की रणनीति इस रिपोर्ट को देखिए…

कुम्भ 2021 में उत्तराखंड पुलिस लोगों के खोने और उनको अपने परिजनों से मिलाने के लिए खोया पाया केंद्र खोला गया है इस केंद्र के स्वरूप की और अधिक जानकारी देते हुए कुम्भ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि कुम्भ पर्व के पहले स्नान से ही खोया पाया केंद्र कार्य कर रहा था। हालांकि यह पहले ट्रायल के रूप में ही कार्य कर रहा था,जिसमे पुलिस को बिछड़े हुए परिवारों की मिलाने में खासी सफलता मिली थी।

आईजी कुम्भ मेला संजय गुंज्याल के मुताबिक पिछले स्नान में 400 से ज्यादा लोगो को उनके परिजनों से मिलवाया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि कुम्भ में कोई अपने परिवार से ना बिछड़े इसके लिए कुम्भ मेला क्षेत्र में हर सेक्टर में एक खोया पाया सेंटर बनाया जाएगा तो साथ ही इसके लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जिसके माध्यम से केवल 30 सेक्टरों में बने खोया पाया सेक्टर ही नही बल्कि कुम्भ पुलिस में तैनात हर पुलिसकर्मी खोया पाया सेंटर के तौर पर कार्य कर पायेगा। जिसके माध्यम से हर पुलिसकर्मी के पास प्रत्येक खोए पाए कि जानकारी रहेगी। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस की ये सभी प्रयास इस साल के आगामी कुम्भ स्नानो में खोए हुए श्रद्धालुओ को अपनो से मिलवाने में जरूर एक मिल का पत्थर साबित होंगे।

बाइट — संजय गुंज्याल,आईजी,
कुम्भ मेला,उत्तराखंड

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